
वंदे भारत(हर्ष शर्मा) अंग्रेजी कैलेंडर को नया साल 1 जनवरी से प्रारंभ होता है. वहीं, हिंदू धर्म का नया साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होता है. साल 2024 में चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 9 अप्रैल दिन मंगलवार को पड़ रही है.
इस दिन से चैत्र नवरात्रि की भी शुरुआत हो जाती है. इस साल सर्वार्थ सिद्धि , गजकेसरी और अमृत सिद्धि जैसे तीन शुभ राजयोगों में नववर्ष की शुरुआत होने जा रही है.
हिंदी कैलेंडर में भी 12 महीने होते हैं. यहां पर विक्रमी संवत बदलने पर नए साल की शुरुआत हो जाती है. इस साल विक्रम संवत 2081 की शुरुआत हो जाएगी. नए साल का प्रारंभ माता दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री के पूजन के साथ होता है.
क्यों इस दिन से शुरू होता है हिंदू नववर्ष ?
ब्रह्मांण पुराण के अनुसार भगवान विष्णु ने सृष्टि की रचना का कार्य जब ब्रह्मा जी को सौंपा था तो ब्रह्मा जी ने इस दिन से सृष्टि की रचना की शुरुआत की थी. इसकी तिथि से धार्मिक कार्यों को करने की शुरुआत हो जाती है. वहीं, साल 2024 में 13 अप्रैल तक खरमास है और इसके बाद शुभ दिनों की शुरुआत हो जाएगी.
ऐसे बनाएं नए साल को खास
हिंदू धर्म के नए साल की शुरुआत भगवान गणेश के पूजन के साथ करें. इसके साथ ही नवरात्रि की पूजा प्रारंभ करें. नव संवत में 12 महीने होते हैं और इनमें 15 दिन का कृष्ण पक्ष और 15 दिन शुक्ल पक्ष होता है. हर तीन साल में एक अधिक महीना इसमें जुड़ जाता है. उसे मलमास या अधिकमास कहते हैं.
मनाएं जाते हैं ये पर्व
नववर्ष की शुरुआत चैत्र माह की नवरात्रि से होती है. इसमें माता दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री का पूजन होता है. वहीं, पश्चिम भारत में इस दिन गुड़ी पड़वा का पर्व मनाया जाता है. इसके साथ ही उगादी भी इसी दिन मनाया जाता है. इस दिन लोग मंदिर में जाते हैं और तमाम अनुष्ठान करते हैं. गुड़ी पड़वा में तेल से स्नान करके दिन की शुरुआत होती है और इस दिन भगवान का पूजन और नीम की पत्ती का सेवन किया जाता है.
हिंदू वर्ष में ये होते हैं महीने
हिंदू नववर्ष की शुरुआत चैत्र माह से होती है. इसका दूसरा महीना वैशख होता है. इसी प्रकार ज्येष्ठ, आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, आश्विन, कार्तिक, मार्गशीर्ष, पौष, माघ, और फाल्गुन माह आता है. फाल्गुन साल का आखिरी महीना होता है. होली से साल का अंत होता है.

