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26th Election Commissioner of the country: देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार सुबह अपने पद से इस्तीफा दे दिया। ऐसे में नए चीफ इलेक्शन कमिश्नर की नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बीच सोमवार को एक बैठक हुई थी।
यह बैठक पीएमओ में आयोजित की गई। यह पहली बार है जब देश के मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) की नियुक्ति के लिए सेलेक्ट कमेटी गठित की गई है। आइए जानते हैं कि कौन बने नए मुख्य चुनाव आयुक्त।
CEC बने ज्ञानेश कुमार
ज्ञानेश कुमार को मुख्य चुनाव आयुक्त चुन लिया गया है। ज्ञानेश केरल कैडर के 1988 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं और तीन सदस्यीय पैनल के दो आयुक्तों में सबसे वरिष्ठ हैं। वे सहकारिता सचिव के पद से पिछले साल 31 जनवरी को रिटायर हुए थे। वैसे इस रेस में सुखबीर सिंह संधू का नाम भी शामिल था। लेकिन, सीनियरटी के आधार पर ज्ञानेश कुमार को पद मिला है। 61 वर्षीय ज्ञानेश कुमार पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय का भी हिस्सा रह चुके हैं। वह पिछले साल जनवरी में सहकारिता मंत्रालय के सचिव के रूप में सिविल सेवा से सेवानिवृत्त हुए थे। इससे पहले उन्होंने संसदीय कार्य मंत्रालय में सचिव के रूप में भी काम किया है।
पिछले साल नियुक्त हुए थे चुनाव आयुक्त
पिछले साल मार्च में चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किए गए ज्ञानेश कुमार के भारत के अगले मुख्य चुनाव आयुक्त बन गए हैं। वे निवर्तमान सीईसी राजीव कुमार की जगह लेंगे। उनकी नियुक्ति की पुष्टि हो गई है। ज्ञानेश कुमार के सामने इस साल के अंत में बिहार विधानसभा चुनाव और अगले साल बंगाल, असम और तमिलनाडु में होने वाले चुनावों की देखरेख का जिम्मा होगा। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस बात पर आपत्ति जताई थी कि नए सीईसी के नाम की घोषणा में जल्दबाजी की जा रही है।
कौन हैं ज्ञानेश कुमार?
61 वर्षीय ज्ञानेश कुमार पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय का हिस्सा थे। अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने और पूर्व राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने वाले विधेयक का मसौदा तैयार करने में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। वे तब गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव (कश्मीर संभाग) के पद पर तैनात थे। एक साल बाद गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के बारे में सुप्रीम कोर्ट के मामले से संबंधित दस्तावेजों को भी संभाला। ज्ञानेश कुमार ने कानपुर के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की है। इसके अलावा उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट्स ऑफ इंडिया से बिजनेस फाइनेंस की भी पढ़ाई की है। ज्ञानेश कुमार ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पर्यावरण अर्थशास्त्र की भी पढ़ाई की है।
राजीव कुमार हुए सेवानिवृत्त
निवर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोमवार सुबह पद छोड़ दिया। अपने विदाई भाषण में कुमार ने कई मुद्दों पर बात की। इनमें एनआरआई और प्रवासी श्रमिकों के लिए दूरस्थ मतदान सिस्टम, वोट डालने के लिए बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण और किसी भी मतदान केंद्र पर प्रत्येक उम्मीदवार द्वारा प्राप्त मतों का खुलासा न करना (चुनाव के बाद की हिंसा से बचाव के लिए) शामिल हैं। राजीव कुमार ने चुनाव खर्च और प्रचार के दौरान किए गए वादों के प्रबंधन में वित्तीय पारदर्शिता की आवश्यकता पर भी जोर दिया और सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाए जाने वाले फर्जी बयानों के खिलाफ कार्रवाई की। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा कि AI चुनावों के संचालन में क्रांति ला सकता है।
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Author: Harsh Sharma
Journalist