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Trump Zelensky Clash News: मिर्जा गालिब का एक मशहूर शेर है- ‘बहुत बेआबरू होकर तेरे कूचे से निकले’. यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ अमेरिका में कुछ ऐसा ही हुआ। बड़े अरमान लेकर जेलेंस्की ट्रंप से मिलने गए थे।
उन्हें उम्मीद थी कि यूक्रेन के लिए अमेरिका कुछ कर देगा। पर हकीकत में यह उनका भ्रम निकला। ट्रंप ने तो जेलेंस्की की सरेआम बेइज्जती कर दी। डोनाल्ड ट्रंप ने खाना तो छोड़िए, जेलेंस्की को सलाद का एक टुकड़ा तक नहीं उठाने दिया। बगैर खाना खिलाए डोनाल्ड ट्रंप ने जेलेंस्की को वाइट हाउस से भगा दिया। तीखी नोकझोंक के बाद राष्ट्रपति जेलेंस्की चाहते थे कि सब ठीक हो जाए। ट्रंप से आगे की बात की जाए। दुनिया को नया संदेश दिया जाए कि ऑल इज वेल। पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कहां मानने वाले थे। उन्होंने साफ-साफ संदेश भिजवा दिया. कह दो जेलेंस्की से कि वो चला जाए।
दरअसल, शुक्रवार की रात में अमेरिका में हाईवोल्डटेज ड्रामा हुआ। डोनाल्ड ट्रंप और जेलेंस्की सबके सामने आपस में लड़ बैठे. अमेरिका क्या, दुनिया के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ। वाइट हाउस में खूब बवाल हुआ. जेलेंस्की के तेवर और बात से इस कदर ट्रंप भड़क उठे कि वह भूल गए कि जेलेंस्की उनके मेहमान हैं। उन्होंने सबके सामने ही जेलेंस्की को रगड़ दिया। ट्रंप ने तो यूक्रेन को औकात तक दिखा दी। जेलेंस्की को इतना तक कह दिया कि आप तीसरे विश्व युद्ध का जुआ खेल रहे हैं। बात इतनी बढ़ गई कि अमेरिका के एनएसए माइक वेंस को बीच-बचाव करना पड़ा।
चलिए विस्तार से जानते हैं कि पहले क्या हुआ। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की अमेरिका की यात्रा पर गए थे। बातचीत करने के लिए ट्रंप और जेलेंस्की मीडिया के सामने बैठे। यह बैठक ओवल ऑफिस में हो रही थी। तभी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की पर बरस पड़े. उन्होंने ‘लाखों लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने’ के लिए जेलेंस्की को फटकार लगाई। ट्रंप, उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और जेलेंस्की के बीच लगभग 45 मिनट बातचीत हुई. इसमें अंतिम 10 मिनट तीनों के बीच काफी तीखी बहस हुई। जेलेंस्की ने अपना पक्ष रखते हुए कूटनीति के प्रति रूस की प्रतिबद्धता पर संदेह व्यक्त किया और इसके लिए मॉस्को की ओर से तोड़ी गई प्रतिबद्धताओं का हवाला दिया। इसके बाद किसने क्या कहा वो जानिए।
पहले तीखी नोकझोंक, फिर ट्रंप ने जेलेंस्की को वाइट हाउस से बाहर निकाला
कैसे हुई नोकझोंक
इसकी शुरुआत वेंस की ओर से जेलेंस्की से यह कहे जाने के साथ हुई, ‘राष्ट्रपति जी सम्मानपूर्वक. मुझे लगता है कि आपका ओवल ऑफ़िस में आकर अमेरिकी मीडिया के सामने इस मामले पर मुकदमा करने की कोशिश करना अपमानजनक है.’ जेलेंस्की ने आपत्ति जताने की कोशिश की, जिस पर ट्रंप ने तेज आवाज में कहा, ‘आप लाखों लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं.’ ट्रंप ने कहा, ‘आप तीसरे विश्व युद्ध को न्योता दे रहे हैं और आप जो कर रहे हैं वह देश के प्रति बहुत अपमानजनक है, यह वह देश है जिसने आपका बहुत अधिक समर्थन किया है.’ बस इसी के साथ बात बिगड़ गई. हालांकि, बात यहीं खत्म नहीं हुई। असल क्लाइमेक्स तो बाकी था।
ओवल ऑफिस में ट्रंप ने फिर बेइज्जत किया
CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, ओवल ऑफिस में हुई बहस के बाद वाइट हाउस के अंदर एक बार फिर जेलेंस्की की बेइज्जती हुई। ओवल ऑफिस में हुई बहस के फौरन बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अपने प्रमुख सलाहकारों के साथ बैठक की। जेलेंस्की संग क्या किया जाए और क्या नहीं, इस पर ट्रंप ने चर्चा की. वाइट हाउस के एक अधिकारी के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप ने वेंस, रुबियो, बेसेंट आदि से सलाह ली. यहीं पर ट्रंप ने फैसला किया कि जेलेंस्की बातचीत की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने विदेश मंत्री रुबियो और अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वॉल्ट्ज को ये संदेश देने का निर्देश दिया- जाकर कह दो कि जेलेंस्की के अब जाने का समय हो गया है।

खाने का भी वक्त नहीं दिया
हैरानी की बात है कि जब ट्रंप ने यह आदेश दिया, तब बगल वाले कमरे में जेलेंस्की और उनकी टीम बैठी थी। जेलेंस्की के साथ यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल पास के एक अलग कमरे में इंतजार कर रहा था। (विदेशी नेताओं के दौरे के दौरान ऐसा होना आम बात है.) दरअसल, जेलेंस्की और यूक्रेनी डेलीगेशन लंच का इंतजार कर रहे थे। उन्हें लगा था कि ट्रंप लंच पर बैठेंगे तो गर्मी थोड़ी शांत हो जाएगी। फिर चीजों को ठीक करने का मौका मिलेगा. आमतौर पर अमेरिका जाने वाला कोई नेता दोपहर के भोजन के लिए फिर से मिलता है। मगर ट्रंप के भिजवाए संदेश से साफ हो गया कि जेलेंस्की समेत यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल वाइट हाउस में भोजन नहीं करेगा. हैरानी की बात है कि भोजन तैयार था। जेलेंस्की और उनकी टीम के लिए खाना पास के ही कॉरिडोर में गाड़ियों पर रखा हुआ था. मगर तभी यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल को जाने का निर्देश दे दिया गया। वाइट हाउस के अधिकारी ने कहा कि यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल बातचीत जारी रखना चाहता था. लेकिन उन्हें मना कर दिया गया। इससे जेलेंस्की और तमतमा गए और तुरंत बाद वहां से चले गए।


















































































