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कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया ने कुछ राहत की सांस ली थी, लेकिन अब एक बार फिर यह खतरनाक वायरस सुर्खियों में आ गया है। इस बार ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण की एक नई लहर देखी जा रही है, जिसने डॉक्टरों और वैज्ञानिकों को सतर्क कर दिया है।
पॉजिटिविटी रेट में तेजी से उछाल
2025 की शुरुआत में ब्रिटेन में कोरोना पॉजिटिविटी रेट महज 2.2% थी, लेकिन अप्रैल के पहले हफ्ते तक यह आंकड़ा दोगुना होकर 4.5% तक पहुंच गया है। इसके साथ ही अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में भी 7% का इज़ाफा देखा गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह संक्रमण की गति में तेजी का संकेत है।
कमजोर इम्यूनिटी बन रही है कारण
डॉक्टरों का कहना है कि इस बार संक्रमण बढ़ने के पीछे लोगों की कमजोर होती रोग प्रतिरोधक क्षमता भी एक बड़ी वजह है। सर्दियों में अधिकतर लोग घरों में सीमित रहते हैं, जिससे ताज़ी हवा और सूरज की रोशनी कम मिलती है। ऐसे में शरीर की इम्यूनिटी घटती है और वायरस को फैलने का मौका मिल जाता है।
नया वेरिएंट, पर घबराने की नहीं जरूरत
डॉक्टर सुजैन वायली के अनुसार, भले ही यह नया वेरिएंट ब्रिटेन में तेजी से फैल रहा हो, लेकिन घबराने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। इसके लक्षण पुराने वेरिएंट जैसे ही हैं, और अच्छी बात यह है कि वैक्सीन और बूस्टर डोज़ अब भी इसके खिलाफ प्रभावी हैं।
सावधानी ही बचाव
विशेषज्ञों की सलाह है कि लोग मास्क पहनने, हाथ धोने और भीड़-भाड़ से बचने जैसी सावधानियों को अपनाएं। साथ ही, जिन लोगों ने अभी तक बूस्टर डोज़ नहीं लगवाई है, उन्हें जल्द से जल्द यह कदम उठाना चाहिए।
ब्रिटेन में हालात भले गंभीर हो रहे हों, लेकिन सही सतर्कता और सावधानी से इस बार भी इस वायरस को मात दी जा सकती है।


















































































