Vande Bharat 24 Exclusive
पंजाब में गरीबों को सस्ते चावल देने के लिए चलाई जा रही ‘भारत राइस योजना’ में बड़ा घोटाला सामने आया है। अब इस मामले की जांच जालंधर स्थित प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा की जा रही है।
ईडी ने इस घोटाले के तहत मनी लॉन्ड्रिंग की जांच करते हुए पंजाब और हरियाणा के कई रिहायशी और व्यावसायिक ठिकानों पर छापेमारी की, जहां से बड़ी मात्रा में नकदी और सोना बरामद किया गया। यह कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) 2002 के तहत की गई।
ईडी की कार्रवाई में जब्त की गई वस्तुएं:
• ₹2.02 करोड़ की भारतीय नकदी
• लगभग ₹1.12 करोड़ मूल्य का सोने का बुलियन
• कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, संदिग्ध दस्तावेज़ और रिकॉर्ड
जांच में सामने आया है कि दोषी संस्थाओं ने सरकार से सब्सिडी दरों पर चावल हासिल किया, जिसे गरीबों में वितरित किया जाना था। लेकिन इन संस्थाओं ने वह चावल अन्य मिलर्स या अवैध चैनलों के ज़रिए बेच दिया और भारी मुनाफा कमाया।
‘भारत राइस योजना’ का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (EWS) को सस्ती दरों पर साफ़ और पैक चावल उपलब्ध करवाना था। लेकिन दोषियों ने इस योजना के वितरण मानदंडों का उल्लंघन किया और सरकारी सब्सिडी का दुरुपयोग किया।

ईडी की जांच जारी
ईडी अब इस घोटाले में शामिल व्यक्तियों और संस्थाओं की भूमिका, फंडों की हेराफेरी और लाभार्थियों की पहचान को लेकर गहराई से जांच कर रहा है। बरामद नकदी और सोना जब्त कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
गौरतलब है कि इससे पहले 21 मई 2025 को ईडी ने मोहाली स्थित बजवा डिवेलपर्स लिमिटेड और इसके प्रबंध निदेशक जर्नैल सिंह बजवा के खिलाफ भी छापेमारी की थी, जिसमें ₹42 लाख नकद और चार लग्जरी कारें जब्त की गई थीं।

Author: Harsh Sharma
Journalist