Vande Bharat 24 Exclusive
अहमदाबाद विमान हादसे के कुछ ही घंटों बाद एयर इंडिया की एक और फ्लाइट बड़े हादसे का शिकार होते-होते बच गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना 14 जून को दिल्ली के ऊपर घटी, जब एयर इंडिया की एक इंटरनेशनल फ्लाइट को उड़ान के दौरान “स्टिक शेकर” अलर्ट मिला — जो किसी भी विमान के लिए सबसे गंभीर चेतावनी मानी जाती है।
बताया जा रहा है कि यह विमान विएना जा रहा था और राजधानी दिल्ली के ऊपर बेहद खराब मौसम और तूफान के दौरान उसे दो बार “Don’t Sink” यानी “नीचे मत जाओ” जैसी चेतावनियाँ भी मिलीं। यह चेतावनियाँ ग्राउंड प्रॉक्सिमिटी वार्निंग सिस्टम (GPWS) के ज़रिए दी गई थीं। इस दौरान विमान लगभग 900 फीट नीचे गिर गया, लेकिन पायलटों ने समय रहते स्थिति पर नियंत्रण पा लिया और विमान को सुरक्षित विएना पहुंचा दिया।
पहले छिपाई गई थी सच्चाई
शुरुआती रिपोर्ट में पायलटों ने सिर्फ “टर्बुलेंस की वजह से स्टिक शेकर अलर्ट” का जिक्र किया था। लेकिन जब फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) की जांच हुई तो सच्चाई सामने आई — जिसमें स्टॉल वार्निंग और GPWS अलर्ट की पुष्टि हुई। इसके बाद DGCA ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों पायलटों को उड़ान से हटा दिया है।

DGCA की कड़ी कार्रवाई शुरू
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के हेड ऑफ सेफ्टी को तलब किया है और एयरलाइन को ऑपरेशन्स, इंजीनियरिंग और ग्राउंड हैंडलिंग विभागों में आपसी समन्वय सुधारने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि इससे दो दिन पहले 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 के साथ बड़ा हादसा हुआ था। लगातार दो घटनाओं के सामने आने के बाद से एयर इंडिया की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “पहले विमान भले ही पुराने होते थे, लेकिन सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं होता था। अब जहाज नए हैं, पर भरोसे में कमी आई है।”
विएना पहुंचने के बाद यह विमान टोरंटो के लिए रवाना कर दिया गया, लेकिन जांच अब भी जारी है। DGCA ने साफ कर दिया है कि अब एयर इंडिया की हर उड़ान पर कड़ी नजर रखी जाएगी।

Author: Harsh Sharma
Journalist