Breaking News
रियल एस्टेट के नाम पर करोड़ों की ठगी, ‘नटवरलाल’ पर दर्जनों लोगों से धोखाधड़ी का आरोप — चूना लगाकर कई लोगों को अमेरिका फरार! पंजाब भाजपा में जल्दबाज़ी या साज़िश? अश्विनी शर्मा को प्रधान घोषित करने वाली पोस्ट से मचाया हड़कंप! अश्वनी शर्मा को सौंपी गई कमान, पंजाब BJP में नई सियासी हलचल! पंजाब में डायरिया का कहर, 2 की मौत, मरीजों की संख्या 60 से पार रियल एस्टेट के नाम पर करोड़ों की ठगी, ‘नटवरलाल’ पर दर्जनों लोगों से धोखाधड़ी का आरोप अभिनेत्री तानिया के पिता पर फायरिंग करने वाले बदमाशों का एनकाउंटर, 3 गिरफ्तार पंजाब सरकार लेने जा रही बड़ा फैसला! 7 जुलाई को होगी कैबिनेट बैठक, 10 जुलाई को बुलाया गया विधानसभा का विशेष सत्र जालंधर में कांग्रेस नेता पर FIR के बाद गिरी गाज, छह साल के लिए पार्टी ने दिखाया बाहर का रास्ता पंजाब में गोमांस तस्करी का खुलासा: फगवाड़ा के ढाबे के पीछे बने प्लांट से 29 क्विंटल गौमांस बरामद, 8 आरोपी गिरफ्तार बेंगलुरु से दिल्ली की फ्लाइट में बड़ा हादसा टला: उड़ान से ठीक पहले कॉकपिट में बेहोश हुए Air India के पायलट

हिमाचल में कुदरत का कहर: बाढ़-भूस्खलन से तबाही, 70 से अधिक मौतें, लेकिन 11 महीने की निकिता की बची जान बनी चमत्कार

July 8, 2025 12:50 pm

today in focus

10 Views

Vande Bharat 24 Exclusive

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन ने राज्य में भारी तबाही मचाई है। अब तक 70 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 37 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं। सबसे ज्यादा तबाही मंडी जिले के गोहर ब्लॉक में हुई है, जहां कई गांवों का संपर्क कट गया है और जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।

सराज में उजड़ गया एक परिवार, लेकिन बची 11 महीने की मासूम

सराज विधानसभा क्षेत्र के परवाड़ा गांव में आई भीषण बाढ़ ने एक परिवार को उजाड़ दिया। इस त्रासदी में एक ही परिवार के तीन सदस्य—मां, पिता और दादी की मौत हो गई। लेकिन इसी मलबे के बीच से 11 महीने की मासूम निकिता का जिंदा निकल आना किसी चमत्कार से कम नहीं है।

बचाव दल के मुताबिक, निकिता एक दीवार के पीछे छिपी हुई थी। बेसुध, डरी-सहमी, लेकिन पूरी तरह सुरक्षित मिली।

बच्ची की मुस्कान बनी उम्मीद की किरण

निकिता को बचाने के बाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें एसडीएम स्मृतिका नेगी बच्ची को गोद में लेकर हंसाते हुए नजर आ रही हैं। ये दृश्य हर किसी को भावुक कर गया।

बच्ची की बुआ ने फिलहाल उसकी देखभाल की जिम्मेदारी संभाली है। एसडीएम नेगी, जो पहले भी गर्भवती महिलाओं को राहत पहुंचाने के कार्यों के लिए चर्चित रही हैं, खुद बच्ची की देखरेख में सक्रिय रूप से शामिल हैं।

समाज ने दिखाई संवेदनशीलता

सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने निकिता की कहानी से प्रभावित होकर बच्ची को गोद लेने की इच्छा जताई है। इससे साफ है कि समाज भी इस मुश्किल वक्त में मानवता और अपनापन निभाने को तैयार है।

राहत-बचाव कार्यों में जुटे अधिकारी भी

राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और स्थानीय प्रशासन लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटा है।

इस त्रासदी के बीच निकिता की मुस्कान और प्रशासन की संवेदनशीलता एक नई उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है।

Harsh Sharma
Author: Harsh Sharma

Journalist

50% LikesVS
50% Dislikes

Today's Special