वन्दे भारत 24 न्यूज़ का किसी ओर वेब पोर्टल, चैनल, न्यूज़ पेपर ओर सोशल प्लेटफार्म से कोई भी सम्बन्ध नहीं है।
Breaking News
राखी बांधने जा रही बहन की सड़क दुर्घटना में मौत, पति व बेटी घायल” नियमों की धज्जियां उड़ाते जालंधर में “अवैध निर्माण” मेडिकल स्टोर मालिक की गोली मारकर की हत्या फिल्लौर में सर्प-दंश से हुई व्यक्ति की मौत अमृतसर में खालिस्तान के नारे लिखने के आरोप में दो युवक गिरफ्तार, पठानकोट जेल में मनाया गया रक्षाबंधन का त्योहार,बहनों ने अपने भाइयों की लंबी उम्र की कामना की और मिठाई खिलाकर मुंह मीठा करवाया। भ्रष्टाचार मामले में विधायक रमन अरोड़ा के करीबी महेश मखीजा को मिली जमानत बस चढ़ते समय हुआ हादसा, बुजुर्ग महिला की इलाज के दौरान हुई मौत कांग्रेस नेता महफूज सलमानी पर जानलेवा हमला, बाइक सवार बदमाशों ने गाड़ी के शीशे तोड़े, पुलिस जांच में जुटी राखी पर हड़ताल टली: पंजाब में पीआरटीसी-पनबस कर्मियों ने 13 अगस्त तक स्थगित किया आंदोलन

चंडीगढ़ बना चालानगढ़, संसद तक पहुँचा मामला

August 9, 2025 4:59 pm

today in focus

21 Views

पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ को ट्रैफिक चालान का गढ़ भी कहा जा रहा है। यह हम नहीं, बल्कि शहर में काटे जा रहे चालानों की संख्या बयां कर रही है। चंडीगढ़ में सीसीटीवी कैमरों के जरिए रोजाना हजारों चालान काटे जा रहे हैं। आंकड़ों की मानें तो साल 2023 में 9.5 लाख वाहनों के चालान काटे गए। इसके साथ ही, चंडीगढ़ में ट्रैफिक चालान का मुद्दा अब संसद तक पहुँच गया है। चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि शहर की हालत ऐसी हो गई है कि लोग चंडीगढ़ को चालानगढ़ कहने लगे हैं।

इसके साथ ही, सिटी ब्यूटी की ट्रैफिक पुलिस पर दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों के बेवजह चालान काटने का आरोप लगा है। चंडीगढ़ के डीजीपी सागर प्रीत हुड्डा ने साफ निर्देश दिए हैं कि ट्रैफिक पुलिस किसी भी वाहन को नहीं रोकेगी, सिर्फ उन्हीं वाहनों का चालान किया जाएगा जो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करते हैं, चाहे वह वाहन चंडीगढ़ का हो या किसी अन्य राज्य का। यह निर्णय लगातार मिल रही शिकायतों के बाद लिया गया है, जिनमें ट्रैफ़िक पुलिस पर अनावश्यक रूप से वाहनों को रोकने और रिश्वत मांगने का आरोप लगाया गया था।दूसरी ओर, चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी ने संसद में सवाल उठाया कि इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (ICCC) में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम लागू होने के बाद 2019 से 2025 के बीच कितने वाहनों का चालान किया गया है। उन्होंने कहा कि AI के आगमन से चालानों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हुई है।

चंडीगढ़ पुलिस ने अब यह सुनिश्चित करने की पहल की है कि बहुत गंभीर परिस्थितियों को छोड़कर वाहनों का चालान मैन्युअल रूप से न किया जाए। उन्होंने कहा कि इस बात की जाँच करने की आवश्यकता है कि 2022, 2023, 2024 और 2025 के बीच चालानों की संख्या इतनी तेज़ी से कैसे बढ़ गई। इससे चंडीगढ़ के निवासियों और बाहर से काम के लिए चंडीगढ़ आने वालों को काफ़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आसपास के इलाकों के लोग अब चंडीगढ़ को चालानगढ़ कहने लगे हैं, इसलिए ज़रूरी है कि ICCC के कामकाज की प्राथमिकता के आधार पर विस्तृत जाँच की जाए।

50% LikesVS
50% Dislikes

Today's Special