

वन्दे भारत 24: जालंधर में सुबह से हो रही रुक-रुक कर बारिश ने शहर को बाढ़ जैसे हालात में पहुँचा दिया। कई कॉलोनियों और मुख्य सड़कों पर कई फुट पानी जमा हो गया है। भगत सिंह कॉलोनी से लेकर पॉश इलाका मॉडल टाउन तक सड़कें पानी में डूबी हुई हैं। हालात इतने गंभीर हैं कि शहर के मेयर वनीत धीर और निगम कमिश्नर गौतम जैन के सरकारी आवासों में भी पानी घुस गया।
शहर बना झील, अफसर नदारद
बारिश के कारण शहर की अधिकांश सड़कें खुदी होने की वजह से और भी खतरनाक हो गई हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन और नेताओं की जिम्मेदारी होने के बावजूद कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुँचा। इससे लोगों में भारी रोष है।
पार्षद का विरोध
कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद पवन कुमार खुद नंगे पैर मॉडल टाउन स्थित मेयर और कमिश्नर के घर पहुँचे। उनका आरोप है कि नगर निगम के अधिकारी फोन नहीं उठा रहे और जलभराव की समस्या के समाधान के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर रहे। पवन कुमार ने बताया कि जब उन्होंने दोनों घरों के गेट खटखटाए, तो अंदर पानी भरा मिला और कोई भी जिम्मेदार मौजूद नहीं था।
करोड़ों खर्च के बाद भी हालात बदतर
पवन कुमार ने कहा कि सीवरेज सिस्टम की सफाई पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाने के बावजूद थोड़ी सी बारिश ने शहर की पोल खोल दी है। उन्होंने दावा किया कि कमिश्नर गौतम जैन छुट्टी पर हैं और शहर को लावारिस छोड़ दिया गया है।
“शहर में इमरजेंसी घोषित होनी चाहिए”
पवन कुमार ने कहा कि हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि मेयर को शहर में आपातकाल जैसी स्थिति घोषित करनी चाहिए। उनके अनुसार, यह जालंधर के अब तक के सबसे खराब हालात हैं। उन्होंने याद दिलाया कि करीब एक महीने पहले भी मेयर कैंप ऑफिस और कमिश्नर हाउस में पानी भर गया था, लेकिन तब से लेकर अब तक पानी निकासी की व्यवस्था तक नहीं सुधारी गई।
