On Thursday afternoon, in Indore’s Nandlalpura area, a long-standing dispute between two groups of transgender individuals took a dangerous turn. The conflict escalated to such an extent that around 24 members of one group allegedly consumed poison collectively. As soon as information about the incident reached the authorities, the police and administration went on high alert. Additional DCP Rajesh Dandotiya, DCP Anand Kaladgi, and other senior police officials immediately rushed to the spot. All the affected individuals were taken to MY Hospital with the help of ambulances and police vehicles.
16,october
इंदौर के नंदलालपुरा क्षेत्र में गुरुवार दोपहर किन्नरों के दो गुटों के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद ने अचानक खतरनाक मोड़ ले लिया। विवाद इतना बढ़ गया कि एक गुट के करीब 24 किन्नरों ने सामूहिक रूप से जहर पी लिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया, डीसीपी आनंद कलादगि सहित पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तुरंत पहुंचे और सभी प्रभावितों को एम्बुलेंस और पुलिस वाहनों की मदद से एमवाय अस्पताल पहुंचाया गया।
प्रारंभिक जांच में फिनायल पीने की बात सामने आई है, हालांकि अधिकारियों का कहना है कि सेवन किए गए पदार्थ की पुष्टि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही की जाएगी। अस्पताल में डॉक्टरों की टीम लगातार उपचार में लगी हुई है। एमवाय अस्पताल में भर्ती सभी 24 प्रभावित किन्नरों की स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है, लेकिन कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। सीएमएचओ डॉ. हासानी, एसडीएम प्रदीप सोनी और तहसीलदार मौके पर मौजूद हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं।
जिला कलेक्टर शिवम वर्मा ने स्वयं अस्पताल प्रशासन से लगातार जानकारी लेते हुए सभी मरीजों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं। पूरे मामले को लेकर जिला और पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है। अस्पताल परिसर और नंदलालपुरा क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात किया गया है ताकि किसी तरह की अव्यवस्था न हो।
जानकारी के अनुसार, नंदलालपुरा क्षेत्र में किन्नरों के दो गुटों के बीच पिछले कुछ महीनों से आपसी मतभेद चल रहे थे। इसी विवाद के दौरान कुछ समय पहले दो मीडियाकर्मियों द्वारा एक किन्नर के साथ कुकर्म का मामला सामने आया था, जिसके बाद माहौल और तनावपूर्ण हो गया था। इस प्रकरण की जांच के लिए पहले एक एसआईटी गठित की गई थी, लेकिन संबंधित अधिकारी के तबादले के बाद जांच धीमी पड़ गई।
डीसीपी आनंद कलादगि ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी तत्काल सक्रिय हुए और सभी किन्नरों को समय पर अस्पताल पहुंचाया गया। वर्तमान में सभी का उपचार जारी है। उन्होंने कहा कि प्रभावितों की स्थिति सामान्य होने के बाद उनके बयान लिए जाएंगे, जिससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि उन्होंने जहर क्यों पिया और इसके पीछे कौन जिम्मेदार है। फिलहाल पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और सभी संभावित पहलुओं पर काम कर रही है।


















































































