वन्दे भारत 24 न्यूज़ का किसी ओर वेब पोर्टल, चैनल, न्यूज़ पेपर ओर सोशल प्लेटफार्म से कोई भी सम्बन्ध नहीं है।
Breaking News
मजीठिया के करीबी की गिरफ्तारी: जालंधर-अमृतसर कनेक्शन भी सामने दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण पर तेज़ी से काम कर रही सरकारी टीमें CM रेखा गुप्ता दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन से ज्यादा आतंकियों को किया गिरफ्तार संदिग्ध परिस्थितियों में रेलवे कर्मचारी की मौत, बहन ने हत्या का शक जताया लोहियां में मां-बेटी से दरिंदगी—पुलिस का कड़ा शिकंजा, तीन आरोपी गिरफ़्तार पंजाब में जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव की घोषणा, राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ जालंधर में पंजाब रोडवेज कर्मचारियों का चक्का जाम, बस स्टैंड अनिश्चितकाल के लिए बंद जालंधर बच्ची हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई: लापरवाही बरतने पर ASI मंगतराम डिसमिस, पुलिस कमिश्नर का सख्त रुख आप नेता दलजीत राजू पर तड़के 1:30 बजे चली गोलियां, बाल-बाल बची जान फगवाड़ा: दिनदिहाड़े घर में चोरी, लाखों की नकदी और सोने के गहने चोरी

गंदगी से परेशान होकर रिटार्यड DIG ने उठाया सफाई का बीड़ा

December 1, 2025 6:00 am

today in focus

174 Views

पंजाब पुलिस के सेवानिवृत्त डीआईजी इंदरजीत सिंह सिद्धू ने शहर को दिखाई स्वच्छता की राह।

पंजाब पुलिस के सेवानिवृत्त डीआईजी इंदरजीत सिंह सिद्धू ने शहर को स्वच्छता की राह दिखाई। दरअसल, 88 साल के 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी शहर की सड़कों पर पड़ी गंदगी को रेहड़ी लेकर उठा रहे है। इंदरजीत सिंह सिद्धू 1996 में डीआईजी के पद से रिटायर हुए है। करीब एक लाख रुपये पेंशन लेने वाले ये अधिकारी पिछले लम्बे समय निष्काम भाव से शहर को साफ करने का काम कर रहे है।

इनका कहना है कि सफाई चाहे घर की हो या शहर की, इसकी जिम्मेदारी केवल तय व्यक्तियों की नहीं होती है। ये हर नागरिक का फर्ज है कि उसका घर, मोहल्ला और शहर साफ-सुथरा हो। इन्हें इस काम में 4 घंटे लग जाते है।अधिकारी ने बातचीत के दौरान बताया कि एक बार ये विदेश दौरे पर गए, जहां गाड़ी में सफर दौरान कुछ खाने के बाद ये खाली पैकेट को बाहर फैंकने लगे तो साथ वाले साथी ने कहा कि यहां इस चीज़ का चालान हो जायेगा। जिसके बाद अधिकारी ने फैसला लिया कि जब विदेश में सफाई को लेकर इतनी जागरूकता एवं सख्ती है तो अपने देश भारत में क्यों नहीं हो सकती। तभी से पूर्व डीआईजी अपने सेक्टर की सफाई में जुट गए। हालांकि इनकी इस सेवा को देख लोग इन्हें किसी बड़े मैडल को दिये जाने की भी मांग कर रहे है, लेकिन इस अधिकारी का मानना है कि अगर लोग समझदार हो जाए और कूड़ा करकट को उसकी तय जगह पर फैंकने लग जाए, यही उनके लिए एक बड़ा मैडल होगा।

वहीं पूर्व डीआईजी ने कहा कि शहर की सफाई की केवल सरकार या निगम की जिम्मेदारी नहीं है, यह हमारी भी जिम्मेदारी है। लेकिन आजकल लोग केवल अपने घर की सफाई में ही लगे रहते हैं। वे बाहर की गंदगी को देखकर आंखें मूंद लेते हैं।” इंदरजीत सिंह का जुनून युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा है कि जीवन के हर पड़ाव पर सामाजिक ज़िम्मेदारी निभाना संभव है। उनकी कड़ी मेहनत दर्शाती है कि एक अकेला व्यक्ति भी बदलाव की शुरुआत कर सकता है। वे कहते हैं, “सफाई ईश्वरीय भक्ति से भी बढ़कर है।” पहले उन्हें पागल कहा जाता था, लेकिन अब यहाँ के निवासी भी उनका समर्थन करते हैं।

100% LikesVS
0% Dislikes

Today's Special