जम्मू-कश्मीर के बारामूला में सुरक्षा हालात के मद्देनजर प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। बारामूला के मुख्य शिक्षा अधिकारी ने आदेश जारी कर प्रधानमंत्री पैकेज के तहत कार्यरत सभी कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से 27 अप्रैल तक ‘वर्क फ्रॉम होम’ यानी घर से काम करने का निर्देश दिया है।
यह फैसला संभावित आतंकी खतरे और कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए लिया गया है।

पाकिस्तान पर बड़ा एक्शन- वीजा बंद, सिंधु जल संधि निलंबित, बॉर्डर सील
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में किसी का बेटा गया, किसी का भाई, तो किसी का घर का अकेला सहारा। आतंकियों ने धरती के स्वर्ग को खून से रंग दिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने तुरंत एक्शन लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना विदेश दौरा अधूरा छोड़ भारत वापसी की और दिल्ली पहुंचते ही आपात कैबिनेट बैठक बुलाई।
पाकिस्तान पर सख्त रवैया, सरकार के 5 बड़े फैसले :
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में पाकिस्तान पर सीधे तौर पर बात हुई और विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ पांच कड़े फैसले लिए हैं।
अटारी बॉर्डर बंद – भारत-पाकिस्तान सीमा पर अटारी बॉर्डर से हर तरह की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
भारतीय दूतावास बंद – पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास को अस्थायी रूप से बंद किया गया है।
सिंधु जल संधि निलंबित – भारत ने सिंधु जल समझौते को सस्पेंड कर दिया है, जिससे पाकिस्तान की खेती और जल व्यवस्था पर असर पड़ेगा।
वीजा पूरी तरह बंद – पाकिस्तानी नागरिकों को अब भारत का वीजा नहीं मिलेगा। जो वीजा पहले दिए गए थे, उन्हें भी रद्द कर दिया गया है।
पाकिस्तानी राजनयिकों को देश छोड़ने का आदेश – भारत में मौजूद पाकिस्तानी अधिकारियों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने को कहा गया है।
आतंकियों की तलाश में जुटी NIA
गृहमंत्री अमित शाह खुद हमले वाली जगह बैसारन पहुंचे। उन्होंने घायलों से अस्पताल में मुलाकात की। एनआईए ने जांच शुरू कर दी है और संदिग्धों के स्केच जारी कर दिए गए हैं। सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है और साफ कहा है कि दोषी चाहे जो हो, बख्शा नहीं जाएगा।

Author: Harsh Sharma
Journalist