Vande Bharat 24 Exclusive
Delhi: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी ने बहुमत हासिल कर लिया है. बीजेपी को करीब 48 सीटें मिलती नजर आ रही हैं और आम आदमी पार्टी 22 सीटों पर सिमट गई है. दिल्ली चुनाव में बीजेपी, आप और कांग्रेस के अलावा कई पार्टियों ने किस्मत आजमाई है.
चुनाव में एक पार्टी ऐसी भी है, जिनके उम्मीदवार को सिर्फ 4 वोट मिले हैं. यहां तक कि वो खुद भी अपने आप को वोट नहीं दे पाए. माना जा रहा है कि दिल्ली चुनाव में वे सबसे कम वोट हासिल करने वाले उम्मीदवार हैं. तो जानते हैं कि आखिर वो हैं कौन और उन्होंने अपनी हार के बाद वंदे भारत को दिए इंटरव्यू में क्या कहा…
कौन हैं ये शख्स…
दरअसल, हम जिस उम्मीदवार की बात कर रहे हैं, उनका नाम है ईश्वर चंद. 72 साल के ईश्वर चंद ने नई दिल्ली विधानसभा सीट से भारत राष्ट्र डेमोक्रेटिक पार्टी से चुनाव लड़ा था, जहां से दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे अरविंद केजरीवाल भी मैदान में थे.ईश्वरचंद को कुल 5 वोट मिले हैं, जिसके बाद सोशल मीडिया पर भी उनकी चर्चा हो रही है. ईश्वर चंद वैसे मयूर विहार फेज-2 के रहने वाले हैं, लेकिन उन्होंने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अपना पर्चा भरा था. उनका खुद का नाम पटपड़गंज में रजिस्टर्ड है, ऐसे में वो खुद भी अपने आप को वोट नहीं दे पाए।
नई दिल्ली सीट के चुनाव परिणाम आने के बाद आजतक ने जब उनके संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि उन्हें खुद के चुनाव के नतीजों पर विश्वास नहीं हो रहा है. उनका कहना है कि अभी वे अपनी हार पर विचार कर रहे हैं
हार पर कर रहे हैं विचार
सिर्फ 4 वोट मिलने पर ईश्वरचंद ने कहा, हमारी पार्टी पिछले कई साल से संघर्ष कर रही है. हमने हर एक बूथ पर जाकर हर बूथ लेवल पर काफी शानदार काम किया था, हमें ज्यादा वोट की उम्मीद थी. लेकिन, जो 4 वोट मिले हैं, उसे लेकर हमारी पार्टी विचार कर रही है. हमारे लोगों ने काफी मेहनत की थी और पूरे विधानसभा में काफी प्रचार किया था
केजरीवाल के वोट काटे
ईश्वरचंद ने यह भी कहा, पूरे चुनाव में हमारी ही पार्टी थी, जिसने अरविंद केजरीवाल को नुकसान पहुंचाने का काम किया. कांग्रेस से भी ज्यादा हमारी पार्टी ने केजरीवाल को नुकसान पहुंचाया है.
पार्टी ने सिर्फ मुझे खड़ा किया
हमारी पार्टी विचारधारा की पार्टी है और इसके नाम में ही भारत और राष्ट्र है. हम कोई भी दूसरा देश नहीं बनने देंगे. हमारी पार्टी लंबे समय से समाज सेवा का काम कर रही है और हमारी विचारधारा समानता की बात करती है. हमारी पार्टी सभी के लिए समान भाव रखती है. हम हमारी पार्टी को फील्ड में ले जाना चाह रहे थे और हमारा कोई और उम्मीदवार नहीं है. पार्टी ने सिर्फ एक यानी मुझे चुनाव मैदान में उतारा था. लेकिन एक बहुत बड़ा ग्रुप पार्टी के लिए काम कर रहा है और हम 45 सालों से काम कर रहे हैं.
क्या साथ वालों ने भी वोट नहीं दिया?
इस सवाल पर ईश्वरचंद ने कहा, ‘ये ही हैरानी की बात है कि जिन लोगों ने हमारे साथ काम किया, उनका वोट भी हमें दिखाई नहीं दे रहा है. अभी इसके कारण का पता नहीं है, लेकिन कुछ गलत हुआ है. मगर हमने बूथ लेवल पर काम किया था. अब ये कैसे हुआ, इसका कुछ पता नहीं है मुझे. हम देख रहे हैं।
क्या करते हैं ईश्वरचंद ?
ईश्वरचंद ने बताया कि वो इंजीनियर हैं. ईश्वरचंद के हलफनामे के अनुसार, उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ रूड़की से पढ़ाई की है, जिसे अब आईआईटी रुड़की भी कहा जाता है. उन्होंने अपनी आय का सोर्स डिपॉजिट पर मिलने वाले ब्याज को बताया है।
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Author: Harsh Sharma
Journalist