वंदे भारत (हर्ष शर्मा) जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में लोकप्रिय गायक-अभिनेता दिलजीत दोसांझ के दो दिवसीय संगीत कार्यक्रम के अंत में बड़े पैमाने पर गंदगी फैलने पर इस प्रतिष्ठित स्थल पर नियमित रूप से ट्रेनिंग करने वाले खिलाड़ियों ने तीखी आलोचना की है।
स्टेडियम का स्वामित्व रखने वाले भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) ने हालांकि अगले 24 घंटों में सफाई का वादा किया है। स्टेडियम में शनिवार और रविवार को ‘दिल-लुमिनाती’ कॉन्सर्ट का आयोजन किया गया और प्रत्येक रात लगभग 40,000 प्रशंसक आए। यह पहली बार नहीं है जब इस स्थल पर इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया हो। इससे पहले यहां ब्रायन एडम्स (2004) और रिकी मार्टिन (1998) जैसे शीर्ष अंतरराष्ट्रीय सितारों के संगीत कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं।
लेकिन दोसांझ के कार्यक्रम के बाद के प्रभावों की खिलाड़ियों द्वारा कड़ी आलोचना की गई है। दिल्ली के मध्यम दूरी के धावक बेअंत सिंह ने स्टेडियम के ट्रैक और फील्ड क्षेत्र की तस्वीरें और एक वीडियो पोस्ट किया जो कचरे, शराब के कंटेनरों और क्षतिग्रस्त एथलेटिक्स उपकरणों से अटा पड़ा था। बेअंत ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ”यहीं पर एथलीट ट्रेनिंग करते हैं लेकिन यहां लोग शराब पीते हैं, नाचते हैं और पार्टी करते हैं। इस तरह की चीजों की वजह से स्टेडियम 10-10 दिन बंद रहेगा।
एथलेटिक्स के उपकरण जैसे बाधा दौड़ की बाधाओं को तोड़कर इधर-उधर फेंक दिया गया है।” उन्होंने कहा, ”यह भारत में खेल, खिलाड़ियों और स्टेडियम की स्थिति है। …. ओलंपिक में पदक नहीं मिलते क्योंकि इस देश में खिलाड़ियों के लिए कोई सम्मान और समर्थन नहीं है।” पच्चीस वर्षीय सिंह ने 2014 और 2018 की राष्ट्रीय ओपन चैंपियनशिप में क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीता था। साई ने अपनी ओर से कहा कि कॉन्सर्ट आयोजकों के साथ उसका अनुबंध बहुत स्पष्ट था कि स्टेडियम को ‘उसी स्थिति में वापस किया जाएगा जिस स्थिति में इसे उन्हें सौंपा गया था।’ प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किए जाने पर साइ के एक शीर्ष सूत्र ने कहा, ”दो दिनों में 70,000 से अधिक लोग कॉन्सर्ट के लिए पहुंचे और सफाई में 24 घंटे लगेंगे।
29 तारीख तक स्टेडियम की सफाई होने की उम्मीद है।” लेकिन बेअंत जैसे एथलीटों के लिए सोमवार को उनके ट्रेनिंग केंद्र को इस हालत में देखना दिल तोड़ने वाला था। वीडियो के कैप्शन में उन्होंने लिखा: ”जो नुकसान हुआ है बच्चों का वो तो दो, बच्चे खुद पैसे इकट्ठे करके सामान लेकर आते हैं अभ्यास के लिए।” दिल्ली के एक कोच ने पीटीआई को बताया कि कुछ एथलीटों ने साइ को पत्र लिखकर मुआवजे की मांग की है क्योंकि उनके बाधा दौड़ के उपकरण और बॉक्स क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिसमें स्टार्टिंग ब्लॉक और गोला, चक्का और मेडिसिन बॉल जैसे अन्य उपकरण थे। कोच ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा, ”प्रत्येक बाधा की कीमत तीन से चार हजार रुपये है और आपको 400 मीटर बाधा दौड़ या 100 मीटर बाधा दौड़ या 110 मीटर बाधा दौड़ के लिए 10 बाधाओं की आवश्यकता होती है। इन युवा एथलीटों ने इन उपकरणों को खरीदने के लिए पैसे का इंतजाम किया है और यह उनके लिए आसान नहीं है।” उन्होंने कहा, ”स्टार्टिंग ब्लॉक और गोला, चक्का और मेडिसिन बॉल जैसे अन्य उपकरण वाले बॉक्स के ताले क्षतिग्रस्त और टूट गए हैं।
कुछ उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए हैं एथलीटों ने मुआवजे के लिए साइ को पत्र लिखा है और देखते हैं क्या होता है।” उन्होंने कहा कि एथलीटों को 31 अक्टूबर तक स्टेडियम के अंदर ट्रेनिंग नहीं लेने को कहा गया है। कोच ने कहा, ”वे 31 अक्टूबर तक 10 दिनों के लिए स्टेडियम के ट्रैक पर ट्रेनिंग नहीं ले पाएंगे। हम बाहरी ट्रैक पर ट्रेनिंग कर रहे हैं लेकिन वहां की स्थिति अच्छी नहीं है।” यह स्टेडियम इंडियन सुपर लीग फुटबॉल मैचों की मेजबानी भी कर रहा है क्योंकि पंजाब एफसी इसे अपने घरेलू मैदान के रूप में इस्तेमाल करता है। बृहपतिवार को उनका चेन्नईयिन एफसी के साथ मैच है।
Author: Harsh Sharma
Journalist