Vande Bharat 24 Exclusive
जम्मू: केंद्र सरकार की पाकिस्तान को “पानी की हर बूंद” तरसाने की कवायद के बीच जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सख्त लहजे में कहा है कि राज्य का पानी पहले जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए उपयोग होगा, फिर दूसरों के लिए सोचेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक राज्य में पानी की किल्लत है, तब तक वह इसे पंजाब या राजस्थान जैसे अन्य राज्यों में भेजने की इजाजत नहीं देंगे।
जम्मू में मीडिया से बात करते हुए उमर अब्दुल्ला ने कहा, “मुझे पूछा गया कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर का पानी पंजाब और राजस्थान ले जाने का प्रस्ताव कर रही है, तो मेरा सीधा जवाब है — मैं इसकी इजाजत नहीं दे सकता। जब तक जम्मू में लोगों को ठीक से पानी नहीं मिलता, तब तक मैं पंजाब को पानी क्यों भेजूं?”
उन्होंने आगे कहा कि सिंधु जल संधि के तहत पंजाब के पास पहले से ही तीन नदी का पानी है, फिर भी उन्होंने कभी जम्मू-कश्मीर को पानी नहीं दिया। “जब उज्ज बहुउद्देश्यीय परियोजना का काम चल रहा था, तब जम्मू-कश्मीर तरस रहा था। शाहपुरकंडी बैराज को लेकर पंजाब ने हमें सालों तक उलझाए रखा, और भारी संघर्ष के बाद ही उस परियोजना में थोड़ी सी प्रगति हो पाई। अब यह पानी हमारा है और हम इसका उपयोग राज्य के लोगों के लिए करेंगे,” उमर अब्दुल्ला ने दो टूक लहजे में कहा।
उन्होंने यह भी बताया कि जम्मू-कश्मीर में चेनाब नदी के पानी का उपयोग करने के लिए दो परियोजनाओं पर काम चल रहा है — एक तुलबुल नेविगेशन बैराज और दूसरा अखनूर से जम्मू शहर तक पानी सप्लाई करने का प्रोजेक्ट।

Author: Harsh Sharma
Journalist