Vande Bharat 24 Exclusive
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू ज़िले से बड़ी प्राकृतिक आपदा की खबर सामने आई है। ज़िले के सैंज, गड़सा और सोलांग नाला क्षेत्रों में बादल फटने की तीन घटनाएं हुई हैं। इसके चलते इलाके के जीव नाला में तेज़ बाढ़ आ गई, जिससे आसपास के क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
भारी बारिश के कारण नदी-नालों का जलस्तर अचानक बढ़ गया है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। फिलहाल किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। एहतियात के तौर पर कुल्लू ज़िला मुख्यालय को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग आट-लूरी-सैंज सड़क मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है।
इस आपदा के बीच बंजार क्षेत्र में दो कार्यक्रमों में हिस्सा लेने पहुंचे राज्य के दो मंत्री भी फंस गए हैं। इनमें कृषि और पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार और तकनीकी शिक्षा व औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्मानी शामिल हैं। मंत्री धर्मानी को ‘विश्व विरासत उत्सव-2025’ में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होना था, लेकिन खराब मौसम के कारण वह कार्यक्रम में नहीं पहुंच सके।
राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक डीसी राणा ने पुष्टि करते हुए बताया कि कुल्लू ज़िले में तीन स्थानों पर बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। पिंड क्षेत्र की पार्वती नदी में भी बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। हालांकि अभी तक किसी प्रकार की जनहानि या संपत्ति के नुकसान की सूचना नहीं है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है।
मौसम विभाग ने पहले ही राज्य में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया हुआ है। विभाग के अनुसार अगले 48 घंटों में बारिश का असर कांगड़ा, मंडी, शिमला, सिरमौर, कुल्लू, हमीरपुर, सोलन और ऊना ज़िलों में ज़्यादा देखने को मिल सकता है।
सरकार ने आपदा से निपटने के लिए दो टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में लोग संपर्क कर सकें।

Author: Harsh Sharma
Journalist