वन्दे भारत 24 न्यूज़ का किसी ओर वेब पोर्टल, चैनल, न्यूज़ पेपर ओर सोशल प्लेटफार्म से कोई भी सम्बन्ध नहीं है।
Breaking News
मजीठिया के करीबी की गिरफ्तारी: जालंधर-अमृतसर कनेक्शन भी सामने दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण पर तेज़ी से काम कर रही सरकारी टीमें CM रेखा गुप्ता दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन से ज्यादा आतंकियों को किया गिरफ्तार संदिग्ध परिस्थितियों में रेलवे कर्मचारी की मौत, बहन ने हत्या का शक जताया लोहियां में मां-बेटी से दरिंदगी—पुलिस का कड़ा शिकंजा, तीन आरोपी गिरफ़्तार पंजाब में जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव की घोषणा, राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ जालंधर में पंजाब रोडवेज कर्मचारियों का चक्का जाम, बस स्टैंड अनिश्चितकाल के लिए बंद जालंधर बच्ची हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई: लापरवाही बरतने पर ASI मंगतराम डिसमिस, पुलिस कमिश्नर का सख्त रुख आप नेता दलजीत राजू पर तड़के 1:30 बजे चली गोलियां, बाल-बाल बची जान फगवाड़ा: दिनदिहाड़े घर में चोरी, लाखों की नकदी और सोने के गहने चोरी

Earthquake in Japan: नये साल में दूसरा बड़ा भूकप, जापान में 6.9 तीव्रता के भूकप के बाद सुनामी की चेतावनी

December 1, 2025 11:24 am

today in focus

248 Views

जापान के क्यूशू द्वीप पर 6.9 तीव्रता का भूकंप आया है, जिसके बाद जापान ने सुनामी की चेतावनी जारी की है। इस साल अब तक यह दूसरा बड़ा भूकंप है। इससे पहले तिब्बत में एक विनाशकारी भूकंप आया था।

जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी जापान में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसकी तीव्रता 6.9 दर्ज की गई है। फिलहाल इस भूकंप से किसी तरह के नुकसान या जनहानि की सूचना नहीं है।

एजेंसी ने बताया कि स्थानीय समयानुसार रात 9:19 बजे भूकंप आया। इसका केंद्र दक्षिण-पश्चिमी द्वीप क्यूशू में था। क्यूशू और आसपास के क्षेत्रों के लिए सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है। जापान में भूकंप का आना सामान्य बात है, क्योंकि यह क्षेत्र भूकंप के लिहाज से संवेदनशील है।

भूकंप क्यों आते हैं?

जापान प्रशांत बेसिन में स्थित है, जहां टेक्टोनिक प्लेटें लगातार एक-दूसरे से टकराती रहती हैं। यह क्षेत्र “रिंग ऑफ फायर” के नाम से जाना जाता है, जो दुनिया का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी और भूकंप क्षेत्र है। प्लेटों के टकराने की वजह से भूकंप आते हैं।

तिब्बत में भूकंप की तबाही

इससे पहले 7 जनवरी को तिब्बत में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 126 लोगों की मौत हो गई थी और 188 लोग घायल हुए थे। करीब 30,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। तिब्बत के डिंगरी काउंटी में आए इस भूकंप ने शिगात्से में 3,609 इमारतों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया था।

भूकंप के कारण तिब्बत का बुनियादी ढांचा तबाह हो गया था। सैकड़ों लोग लापता हो गए थे। तिब्बत के साथ नेपाल, भूटान और उत्तरी भारत के कुछ हिस्सों में भी इस भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।

जापान में भूकंप के प्रति तैयारी

जापान में लगातार आने वाले भूकंपों से निपटने के लिए उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है। यहां घरों और इमारतों की नींव को लचीला बनाया जाता है, जिससे वे भूकंप के झटकों को सह सकें। इमारतों की डिजाइन भी इस तरह बनाई जाती है कि वे झटकों के दौरान कम नुकसान झेलें।

इस टेक्नोलॉजी के चलते भूकंप के दौरान कई इमारतें झूलती हुई दिखाई देती हैं, लेकिन गिरती नहीं। यही वजह है कि जापान में बड़ी तीव्रता के भूकंप के बावजूद नुकसान अपेक्षाकृत कम होता है।

2004 की त्रासदी

जापान के इतिहास में भूकंप ने कई बार भारी तबाही मचाई है। साल 2004 में आए भूकंप और उसके बाद आई सुनामी ने हजारों लोगों की जान ले ली थी। इस त्रासदी में हजारों लोग बेघर हो गए थे। वह भयावह मंजर आज भी दुनिया के ज़ेहन में ताजा है।

Vande Bharat 24
Author: Vande Bharat 24

100% LikesVS
0% Dislikes

Today's Special