सऊदी अरब के मक्का और मदीना में भारी बारिश और बाढ़ ने तबाही मचा दी है। सोमवार से शुरू हुई यह बारिश अब तक जारी है। तेज हवाओं और लगातार बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।
हजारों सालों से रेगिस्तानी इलाके माने जाने वाले इस क्षेत्र में अब हरी घास उग आई है। जो शहर कभी बूंदाबांदी को तरसते थे, वे अब भारी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं। लोग इसे पैगंबर मोहम्मद की “कयामत” की भविष्यवाणी से जोड़कर देख रहे हैं।
पैगंबर मोहम्मद ने कयामत को लेकर क्या कहा था?
सऊदी अरब के मक्का में मूसलाधार बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। pic.twitter.com/lR4oAYBkHy
— Dr. Sheetal yadav (@Sheetal2242) January 7, 2025
सऊदी अरब के बड़े शहरों में आई बाढ़ और रेगिस्तानी इलाकों में हरियाली देखकर दुनिया हैरान है। इसे पैगंबर मोहम्मद की भविष्यवाणी का संकेत माना जा रहा है। सोशल मीडिया पर इन क्षेत्रों में हरियाली और बाढ़ की तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं।
पैगंबर मोहम्मद ने 1400 साल पहले कहा था कि जब तक लोगों के पास अत्यधिक धन नहीं होगा, कयामत का दिन नहीं आएगा। साथ ही उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की थी कि अरब की जमीनों पर फिर से हरियाली लौटेगी और रेगिस्तान नदियों में बदल जाएंगे। पवित्र शहर, जहां कभी हरियाली ही हरियाली थी, वह सब हरा-भरा हो जाएगा।
मक्का-मदीना जाने वाले तीर्थयात्री इन शहरों में हरियाली और भारी बारिश को देखकर अचंभित हैं। इस्लामिक मान्यता वाले लोग इसे “कयामत” की निशानी मान रहे हैं।
वैज्ञानिक क्या कहते हैं?
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि भारी बारिश और हरियाली जलवायु परिवर्तन का परिणाम है। विशेषज्ञ इस घटना को जलवायु परिवर्तन का गंभीर संकेत मानते हुए इसे रोकने के लिए तुरंत कदम उठाने की सलाह दे रहे हैं।


















































































