वंदे भारत (हर्ष शर्मा) रामामंडी फ्लाईओवर धन्नोवाली फाटक के पास बुधवार सुबह तड़के साढ़े तीन बजे हुए हादसे में तीन कार सवारों की मौत हो गई और एक बुरी तरह घायल हो गया।हादसे का कारण कार चालक को नींद की झपकी आना बताया जा रहा है।
मृतकों की पहचान संतोखपुरा के रहने वाले राजू, शोरा और मोनी के रूप में हुई है, जबकि घायल संतोखपुरा के रहने वाले हजारा सिंह का इलाज अस्पताल में चल रहा है।थाना कैंट की पुलिस ने तीनों मृतकों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के सिविल अस्पताल में लिए रखवा दिया है और पीड़ित परिवार के बयानों पर बीएनएस 196 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।थाना कैंट की पुलिस ने तीनों मृतकों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के सिविल अस्पताल में लिए रखवा दिया है और पीड़ित परिवार के बयानों पर बीएनएस 196 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सुबह करीब चार बजे मिली हादसे की जानकारी
थाना कैट के जांच अधिकारी एएसआइ रजिंदर पाल सिंह ने बताया कि उन्हें सुबह करीब चार बजे एसएफएस की टीम की तरफ से सूचना मिली थी कि रामामंडी फ्लाईओवर के पास सड़क हादसे में चार कार सवार व्यक्तियों में से तीन की मौत हो गई, जबकि एक घायल हुआ है।उन्होंने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू की तो पता चला कि कार सवार चारों व्यक्ति हरियाणा कैथल से जालंधर आ रहे थे रामामंडी फ्लाईओवर के पास हादसा हो गया। पुलिस जांच में सामने आया कि कार को मोनी चला रहा था कि उसे नींद की झपटी आ गई। कार की रफ्तार ज्यादा होने के कारण वह आगे जा रही कार से टकराने के बाद दूसरी सड़क पर चली गई।
लुधियाना की तरफ से आ रहा था कि रामामंडी फ्लाईओवर के पास कार दूसरी सड़क पर चली गई और सामने से आ रहे वाहन से टकराने के बाद फुटपाथ से टकरा गई।हादसे के बाद कार सवार तीन व्यक्तियों की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति की सांस चल रही थी, जिन्हें एसएफएस की टीम ने इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में दाखिल करवाया और पुलिस को सूचित किया।उन्होंने टीम सहित मौके पर पहुंच तीनों के शव सिविल अस्पताल में रखवाए और मृतकों के परिजनों को सूचित किया।
डैडी ने कहा… पठानकोट आ गया हूं
शेरा के बेटे राजन ने बताया कि वह कैटरिंग का काम करता है। वह भाई और दो बहनों में से सबसे छोटा है। डैडी के साथ सबसे ज्यादा उसका प्यार था। मंगलवार दोपहर वह पत्नी के साथ ससुराल परिवार गया हुआ था। उसे शाम को डैडी की कॉल आई कि वह पठानकोट चौक में पहुंचने वाले गए।उसके आने से पहले सब्जी बनाकर रखें और वह रात को आकर खाना खाएंगे। राजन ने बताया कि वह करीब साढ़े 10.30 बजे घर पहुंच गया था। उसने आकर सब्जी बना कर रखी हुई थी।
रात को उनके कॉल की लेकिन कॉल नहीं लगी। उसी दौरान डैडी के साथ चली दो गाड़ियां जालंधर आ गई लेकिन डैडी वाली कार घर नहीं आई।उसने दोनों गाड़ियों के ड्राइवरों से बात की तो उन्होंने कहा कि वह उनसे काफी आगे थे लेकिन रास्ते में नहीं दिखे वह वापस कार को ढूंढने गए तो कार दूसरी सड़क पर क्षतिग्रस्त हुई बीच सड़क में थी।पुलिस शव को कार से निकॉल रही थी। उसने कहा कि आखरी बार पिता के साथ कॉल पर बात हुई घर आ रहे लेकिन वह नहीं पहुंचे। अगर उसे पता होता कि ऐसा होने वाला है तो वह डैडी को पठानकोट ही रोक देता।
पति का शव देख पत्नी तीन बार हुई बेसुध
मोदी की पत्नी शव को देखकर रोते हुए दो बेसुध हो गई। परिवार ने उसे पानी के छींटे मार उठाया और परिवार रोते हुए कह रहा था कि चलने से पहले बच्चों के साथ कॉल पर बात हुए और सामान खरीदने की बात कर रहा था।मोनी कह रहा था कि इस दीपावली वह धूमधाम से मनाएगा। उसकी बच्चों के साथ दीपावली मनाने की बात अधूरी रह गई। बच्चों और पत्नी को रोते हुए देख घर में मौजूद लोगों की आखें नम हो गई।
बच्चों के शौक पूरे करने सारी उम्र कमाई करने में लगा दी
मृतक राजू के बेटे राहुल ने बताया कि पिता की सारी उम्र कमाई करने में ही निकल गई। वह दो बहनों और परिवार के शौक पूरे करने के लिए सारी उम्र कमाई करने में लगे रहे। उसका कॉपी बनाने का काम है और अभी काम उसका चला था।वह पिता को घर बैठा कर ऐश करवाना चाहता था कि भगवान वह समय ही नहीं आने दिया। उसने कहा कि पिता जी दोस्तों के साथ 20 दिन पहले ही हरियाणा कैथल में गए थे। कॉल पर बात हुई कि वह दो दिनों तक आ जाएंगे लेकिन भगवान को उनका घर आना मंजूर नहीं था।
Author: Harsh Sharma
Journalist