Vande Bharat 24 Exclusive
जालंधर की सियासत में उस वक्त हलचल मच गई जब पंजाब के जाने-माने उद्योगपति और हॉकी एसोसिएशन के प्रधान नितिन कोहली ने आम आदमी पार्टी (AAP) का दामन थाम लिया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं – मनीष सिसोदिया, अमन अरोड़ा और शेरी कलसी की मौजूदगी में कोहली को जालंधर सेंट्रल हलके का प्रभारी घोषित किया गया।
लेकिन इस मौके पर एक बड़ा राजनीतिक चेहरा नदारद रहा – वेस्ट हलके से विधायक और कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत। उनकी गैरमौजूदगी ने न सिर्फ सवाल खड़े किए, बल्कि पार्टी के भीतर चल रहे समीकरणों की ओर भी इशारा किया।
सूत्रों के मुताबिक, जालंधर वेस्ट हलके में लगातार भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रही हैं। कई फाइलों की जांच चल रही है और पार्टी की जीरो टॉलरेंस नीति के चलते अब वहां भी सख्त कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। यह माना जा रहा है कि वेस्ट हलके में चल रहे कथित घोटालों और जनविरोधी गतिविधियों के चलते AAP हाईकमान अब बड़े फैसले ले सकता है।
ऐसे में नितिन कोहली की सियासी एंट्री को सिर्फ संगठन विस्तार न मानकर, भीतर ही भीतर चल रहे सियासी सफाई अभियान की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी अब उन चेहरों को बदलने के मूड में है, जिन पर भ्रष्टाचार या लापरवाही के आरोप लग चुके हैं।
जालंधर वेस्ट हलके में संभावित कार्रवाई को लेकर चर्चाएं तेज हैं। क्या भगत को किनारे किया जाएगा? क्या वेस्ट हलका जल्द किसी नए नेतृत्व को सौंपा जाएगा? इन सवालों के जवाब आने वाले दिनों में सियासी तस्वीर को और साफ करेंगे।

Author: Harsh Sharma
Journalist