पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल, प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा और वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत सौंपी है। अपनी शिकायत में बाजवा ने आरोप लगाया है कि इन नेताओं और उनके सहयोगियों ने उनकी एक वीडियो के साथ छेड़छाड़ की है। उन्होंने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। फिलहाल चंडीगढ़ पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
बाजवा द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि पूर्व मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो द्वारा एफआईआर दर्ज की गई है, जबकि मजीठिया की पत्नी गनीव कौर मजीठिया एक विधायक हैं। विजिलेंस अधिकारियों ने कानून की गंभीर अवहेलना करते हुए उनके घर में प्रवेश किया और उनके बेडरूम तक पहुंच गए। एक महिला के साथ ऐसा व्यवहार न सिर्फ अनुचित है बल्कि कानून के भी खिलाफ है।
बाजवा ने आगे कहा कि उन्होंने अपने वीडियो में सुखपाल सिंह खैहरा के बारे में बात की थी, लेकिन उसमें “गनीव कौर मजीठिया” कहा गया। बाद में, आम आदमी पार्टी की टीम ने वीडियो को संपादित करके उसमें से “गनीव कौर” हटा दिया और सिर्फ “मजीठिया” छोड़ दिया, जिससे यह भ्रम पैदा हुआ कि वह बिक्रम मजीठिया के खिलाफ की गई कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं, जबकि उन्होंने विरोध केवल महिला विधायक के चंडीगढ़ स्थित घर में की गई कार्रवाई को लेकर किया था।
यह वीडियो 25 जून 2025 को पोस्ट किया गया था, जिसकी कुल लंबाई 3 मिनट 13 सेकंड थी। बाजवा का आरोप है कि उक्त नेताओं ने जानबूझकर वीडियो को इस तरह से एडिट किया कि जनता को भ्रमित किया जा सके और उनकी व्यक्तिगत तथा कांग्रेस पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचे। इस संदर्भ में असली और एडिट की गई वीडियो की पेन ड्राइव भी पुलिस को सौंप दी गई है।
बाजवा ने कहा है कि यह न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता 2023 के तहत दंडनीय अपराध भी है। उन्होंने मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

Author: Harsh Sharma
Journalist