कांग्रेस को डर उनके नेताओं को किडनैप कर सकती है सरकार
वंदे भारत (हर्ष शर्मा) जालंधर नगर निगम चुनावों में कांग्रेस पार्टी की रणनीति ने राजनीतिक हलकों में चर्चा छेड़ दी है। आज, 12 दिसंबर, को नामांकन भरने की आखिरी तारीख होने के बावजूद कांग्रेस ने अपने 27 वार्डों के उम्मीदवारों की सूची दोपहर 1 बजे तक जारी नहीं की। कार्यकर्ता और उम्मीदवार इंतजार में हैं, लेकिन पार्टी ने विरोध और बगावत की आशंका को ध्यान में रखते हुए सूची को सार्वजनिक करने से बचते हुए अंदरखाते नामांकन भरवाने की योजना अपनाई है।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के बड़े नेता, जैसे MP चरणजीत सिंह चन्नी, MLA परगट सिंह, बावा हैनरी, जिला प्रधान राजिंदर बेरी और हलका इंचार्ज सुरिंदर कौर ने उन वार्डों पर विशेष ध्यान दिया है जहां बगावत की संभावना अधिक थी। माना जा रहा है कि सूची जारी न करके कांग्रेस ने विरोधी गुटों और संभावित आजाद उम्मीदवारों को रोकने की कोशिश की है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह रणनीति कांग्रेस को नुकसान भी पहुंचा सकती है, क्योंकि पार्टी के भीतर असंतोष और गुटबाजी पहले ही गहराई हुई है। अब देखना यह होगा कि यह कदम कांग्रेस के लिए फायदेमंद साबित होता है या चुनाव में इसके लिए चुनौती बनता है।
Author: Harsh Sharma
Journalist