चमकौर साहिब में कस्सी से मिट्टी बोरियों में भरते आए नज़र
वन्दे भारत 24: जालंधर से सांसद चुने गए पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बुरे वक्त में जालंधर का रुख तक नहीं किया। चुनाव से पहले चन्नी ने जालंधर में घर और ऑफिस होने का दावा कर लोगों का भरोसा जीता था, लेकिन मुश्किल घड़ी में वे जालंधर वासियों से दूरी बनाए रहे।
जब पंजाब के कई इलाके बाढ़ की चपेट में थे और जालंधर के लोग अपने सांसद की राह देख रहे थे, उस समय चन्नी चमकौर साहिब में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कस्सी से मिट्टी बोरियों में भरते नज़र आए। इस दौरान वे वहीं लोगों की मदद करते दिखे, जबकि जालंधर वासियों ने खुद को लावारिस महसूस किया। लोगों का कहना है कि वोट तो चन्नी ने जालंधर से लिए, मगर संकट की घड़ी में वे किसी काम नहीं आए।
इसी बीच, जालंधर के बाढ़ग्रस्त इलाकों में आम आदमी पार्टी के मंत्री महेंद्र भगत और पवन टीनू राहत कार्य करते दिखे। भाजपा के सुशील रिंकू, जो लोकसभा चुनाव में हार गए थे, वे भी लगातार प्रभावित परिवारों के बीच जाकर सहयोग कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से जिला प्रधान बेरी और नेत्री सुरेंद्र कौर ने जालंधर के प्रभावित इलाकों का दौरा कर हालात का जायजा लिया।
अब जालंधर के लोग यह सोचने पर मजबूर हैं कि उन्होंने चन्नी को जिताकर आखिर क्या हासिल किया।
