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Politics News: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बुधवार (2 जनवरी) को कहा कि वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विपक्षी दल I.N.D.I.A. में “माफ करने और उनका स्वागत करने” के लिए तैयार हैं।लालू यादव ने कहा कि हमारे दरवाजे (नीतीश के लिए) खुले हैं। उन्हें भी अपने दरवाजे खोल देने चाहिए। इससे दोनों तरफ के लोगों की आवाजाही आसान हो जाएगी। इस बीच, RJD प्रमुख की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, प्रसाद के ऑफिर के बारे में पत्रकारों के सवालों के जवाब में JDU प्रमुख ने बस इतना ही कहा, “क्या बोल रहे हैं।”
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लालू यादव की ओर से महागठबंधन में आने का ऑफर मिलने के सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ भी सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने केवल इतना कहा, ‘छोड़िए ना इन सब बातों को…’। सीएम नीतीश कुमार गुरुवार को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के साथ उनके शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे थे।
लालू ने क्या कहा?
एक यूट्यूब चैनल से बातचीत में जब लालू से पत्रकार ने पूछा था कि क्या नए साल पर नीतीश कुमार के लिए दरवाजे खुले हैं? इस पर RJD प्रमुख ने कहा था, “नीतीश के लिए हमारा दरवाजा तो खुला है, नीतीश को भी खोलकर रखना चाहिए। मुख्यमंत्री हैं…नीतीश आते हैं तो साथ काहे नहीं लेंगे? ले लेंगे साथ… नीतीश साथ में आएं, काम करें। नीतीश कुमार भाग जाते हैं, लेकिन हम सारी गलतियां माफ कर देंगे।”
इससे पहले तेजस्वी यादव ने बुधवार को दावा किया कि नए साल में बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार की विदाई तय है। RJD के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव ने नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए नए साल में बिहार में नई सरकार बनने का दावा किया था।
JDU भड़की
इस बीच, लालू यादव की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर JDU के पूर्व अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह “ललन” भड़क गए। उन्होंने कहा, “एनडीए मजबूत है। JDU और बीजेपी एकजुट हैं। यह एक स्वतंत्र समाज है और कोई भी जो चाहे कह सकता है। लालू जी को अपने बयानों पर अधिक बोलना चाहिए।”नीतीश कुमार ने पिछले साल इंडिया ब्लॉक के गठन की अगुआई करने के बाद उसे छोड़ दिया था। लोकसभा चुनावों से पहले वह बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो गए। इस बदलाव के साथ, हालांकि नीतीश सीएम बने रहने में कामयाब रहे। लेकिन आरजेडी नेता और लालू के बेटे तेजस्वी यादव को उनके डिप्टी के पद से हटना पड़ा।
