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शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने आय से अधिक संपत्ति और ड्रग मनी की मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। मजीठिया के खिलाफ मोहाली स्थित पंजाब स्टेट क्राइम और विजिलेंस ब्यूरो थाने में FIR नंबर 02/2021 दर्ज की गई थी, जिसमें उनके खिलाफ कई गुना अधिक संपत्ति जुटाने और ड्रग तस्करी से जुड़े पैसों की हेराफेरी के आरोप लगे हैं।
SIT जांच में बड़े खुलासे
विशेष जांच टीम (SIT) द्वारा की जा रही जांच में सामने आया है कि मजीठिया ने करीब 540 करोड़ रुपये की ड्रग मनी को विभिन्न तरीकों से मनी लॉन्ड्रिंग कर वैध संपत्ति में बदला। जांच में निम्नलिखित मुख्य तथ्य सामने आए:
- मजीठिया से जुड़ी कंपनियों के बैंक खातों में 161 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जमा।
- विदेशी संदिग्ध संस्थानों के जरिए 141 करोड़ रुपये का फंड ट्रांसफर।
- कंपनियों के वित्तीय दस्तावेजों में बिना स्पष्टीकरण के 236 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि।
- मजीठिया द्वारा किसी वैध आय स्रोत के बिना बड़ी मात्रा में चल-अचल संपत्तियों की खरीद।
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता के अनुसार, SIT की रिपोर्ट के आधार पर यह पुष्टि हुई है कि सराया इंडस्ट्रीज़ के जरिए भी इस अवैध धन को वैध बनाया गया। मजीठिया और उनकी पत्नी गिनिव कौर के नाम पर भी भारी संपत्ति पाई गई है, जिसके लिए कोई कानूनी स्रोत नहीं बताया गया।

छापेमारी और जब्ती
विजिलेंस टीम ने अब तक 22 लोगों से पूछताछ और 3 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया है। इस दौरान 30 से अधिक मोबाइल फोन, 5 लैपटॉप, 3 आईपैड, 2 डेस्कटॉप, कई डायरियां, संपत्ति से जुड़े दस्तावेज और सराया इंडस्ट्रीज़ के रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि मजीठिया को सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए गिरफ्तार किया गया है। आगे भी जांच जारी रहेगी और आवश्यकतानुसार और गिरफ्तारियां, तलाशी व ज़ब्तियां की जाएंगी। सभी सबूत सक्षम अदालत में पेश कर न्यायिक प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा।
यह मामला पंजाब की राजनीति में एक बड़ा मोड़ माना जा रहा है, जहां एक वरिष्ठ नेता पर ड्रग माफिया से संबंध और भारी मात्रा में अवैध संपत्ति का आरोप लगा है।

Author: Harsh Sharma
Journalist