सोमवार सुबह लखनऊ के कैसरबाग इलाके में Dr Shaheen Shahid के आवास पर एक बड़ा अभियान चलाया। यह रेड करीब 5–7 घंटों तक चली, जिसमें उनके घर से दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संदिग्ध मैसेज लॉग जब्त किए गए।
इस दौरान NIA ने शाहीन के पिता और भाई से पूछताछ की — जांच की दिशा थी कि कहीं उनके संपर्क आतंकी नेटवर्क से तो नहीं हैं।
शाहीन, जो एक बार मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी थीं, को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोप है कि वह उस तार्किक व सफेद-पोशाक (white-collar) नेटवर्क का हिस्सा हैं, जो कथित तौर पर फंडिंग और तारतम्य के ज़रिए आतंकी गतिविधियों में शामिल था।The
NIA का कहना है कि रेड के दौरान मिले सबूत — दस्तावेज, मोबाइल, चैट लॉग और डिजिटल डिवाइसेज — फोरेन्सिक जांच के लिए भेजे गए हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि क्या शाहीन और अन्य आरोपी लोगों का ब्लास्ट से सीधा संबंध है।
इस कार्रवाई से यह साफ है कि दिल्ली के हालिया ब्लास्ट की जांच अब सिर्फ अपराधियों तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि संभावित फाइनेंसिंग और सपोर्ट नेटवर्क को भी निशाना बनाया जा रहा है














































































