बठिंडा के एआरटीओ अंकित बंसल को विजिलेंस ब्यूरो मोहाली ने भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत एक केस में नामजद किया है। फिलहाल एआरटीओ फरार बताए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार, कुछ दिनों पहले रामपुरा क्षेत्र के एक व्यक्ति ने विजिलेंस के समक्ष एआरटीओ के सुरक्षा कर्मी सुखप्रीत सिंह की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग प्रस्तुत की थी, जिसमें वह रिश्वत मांगते हुए सुनाई दे रहे थे।
इसके बाद मोहाली विजिलेंस की टीम ने पंजाब पुलिस के सीनियर सिपाही सुखप्रीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में सुरक्षा कर्मी ने विजिलेंस के सामने खुलासा किया कि वह एआरटीओ के आदेश पर ही रिश्वत लेता था। इस खुलासे के बाद विजिलेंस ब्यूरो ने एआरटीओ अंकित बंसल को भी केस में नामजद कर लिया है। विजिलेंस के एक गोपनीय सूत्र ने इस बात की पुष्टि की है।
सूत्रों के अनुसार, रिश्वत कांड से जुड़े मुख्य आरोपी सुखप्रीत सिंह की गिरफ्तारी के बाद आरटीए कार्यालय बठिंडा में सन्नाटा छा गया। विजिलेंस ने आरटीए कार्यालय से कुछ रिकॉर्ड मंगवाकर उनकी जांच की, जिसमें एक प्राइवेट व्यक्ति के गूगल पे खाते में 15,000 रुपये की एंट्री पाई गई। विजिलेंस अधिकारियों ने इस मामले में प्राइवेट व्यक्ति को भी जांच में शामिल किया है।
सूत्रों के अनुसार, विजिलेंस द्वारा नामजद किए जाने के बाद एआरटीओ अंकित बंसल फरार हैं। आरटीए हरजिंदर सिंह जस्सल से अभी संपर्क नहीं हो पाया है।
विजिलेंस जांच में यह भी संभावना है कि इस रिश्वत कांड में एआरटीओ और उनके सुरक्षा कर्मी के अलावा अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं। सुरक्षा कर्मी सुखप्रीत सिंह ने भ्रष्टाचार के जरिए बेनामी संपत्ति बनाई है, जिसका खुलासा आगामी जांच में हो सकता है।