Breaking News
मजीठिया के खिलाफ नए खुलासे: पूर्व ED अधिकारी ने विजिलेंस को दर्ज करवाए बयान, कहा– 6 हज़ार करोड़ के ड्रग केस में भी आया था नाम डेरा ब्यास जा रही संगत के साथ बड़ा हादसा: 3 की मौत, हाईवे पर मची भगदड़ विजिलेंस जांच के बीच मजीठिया परिवार को दूसरा झटका, पिता की सदस्यता खत्म गैंगस्टर जग्गू की मां के अंतिम संस्कार से परिवार ने किया इंकार, SSP दफ्तर का करेंगे घेराव! CM हाउस पहुंचे राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल, मुख्यमंत्री मान से की मुलाकात – जानें किन मुद्दों पर हुई चर्चा गैंगस्टर भगवानपुरिया की मां की हत्या से मुकरा बंबीहा गैंग, दूसरी पोस्ट में लिखा- मां सबकी सांझी होती है; परिवार ने कांग्रेस सांसद रंधावा पर लगाए गंभीर आरोप पंजाब सरकार का बड़ा Action! 25 अफसरों को किया Suspend शिरोमणि अकाली दल प्रमुख ने की पदाधिकारियों और कोर कमेटी की घोषणा, देखें सुखबीर सिंह बादल की नई टीम भवानी प्रॉपर्टी डीलर पर FIR की प्रक्रिया शुरू: हाई वोल्टेज तारों के नीचे शेर सिंह कॉलोनी में काटी थी नाजायज कॉलोनी, धोखे से बेचे प्लॉट मजीठिया के नशा तस्करों से 100% संबंध, हमारे पास हैं ठोस सबूत: पूर्व DGP ने विजिलेंस के सामने खोले सारे राज

मजीठिया के खिलाफ नए खुलासे: पूर्व ED अधिकारी ने विजिलेंस को दर्ज करवाए बयान, कहा– 6 हज़ार करोड़ के ड्रग केस में भी आया था नाम

June 28, 2025 7:21 pm

today in focus

5 Views

Vande Bharat 24 Exclusive

पंजाब में आमदन से अधिक संपत्ति मामले को लेकर शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इस केस में विजिलेंस विभाग ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह को पूछताछ के लिए तलब किया था, जिनसे आज पूछताछ हुई और उन्होंने अपना बयान दर्ज करवाया।

निरंजन सिंह वही अधिकारी हैं जिन्होंने वर्ष 2014 में मजीठिया के खिलाफ ईडी जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने मीडिया को बताया कि उनका नाम पुलिस की FIR में नहीं था, लेकिन आरोपियों से पूछताछ के दौरान उनका नाम सामने आया था। इसके बाद उन्होंने मामले के वित्तीय पहलुओं की भी जांच की थी।

बयान दर्ज कराने के बाद निरंजन सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्होंने 6 हजार करोड़ रुपए के बहुचर्चित “भोला ड्रग केस” की जांच की थी, जिसमें 17 लोगों को दोषी ठहराया गया था। उस समय मजीठिया का नाम सीधे तौर पर सामने नहीं आया था, लेकिन जब आरोपी भोला और बिट्टू औलख से बयान लिए गए तो उनमें बिक्रम मजीठिया का जिक्र हुआ।

हालांकि, आज की पूछताछ ड्रग केस को लेकर नहीं, बल्कि मजीठिया की आय से अधिक संपत्ति से जुड़े मामले में हुई है। लेकिन चूंकि दोनों मामलों की जड़ें आपस में जुड़ी हुई हैं, इसलिए उन्हें बयान देने के लिए बुलाया गया। निरंजन सिंह ने विजिलेंस को वही जानकारियां दीं जो उन्होंने पहले ED की जांच में दी थीं।

उन्होंने बताया कि उनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में एक रिपोर्ट दाखिल की गई थी। कोर्ट ने इस आधार पर एसटीएफ को जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए थे। एसटीएफ ने भी अपनी जांच रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी थी। लेकिन उस समय की सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।

आख़िरकार, निरंजन सिंह और एसटीएफ की रिपोर्टों के आधार पर साल 2021 में FIR दर्ज की गई और अब विजिलेंस ब्यूरो इस मामले की अगली जांच कर रहा है। बताया जा रहा है कि यह पूरा मामला आपस में जुड़े कई पहलुओं से संबंधित है, और आने वाले समय में जांच और तेज हो सकती है।

Harsh Sharma
Author: Harsh Sharma

Journalist

50% LikesVS
50% Dislikes

Today's Special