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पटियाला के गांव रौंगला में बीती रात एक कोठी को अज्ञात लोगों द्वारा JCB मशीनों की मदद से गिरा दिया गया। यह कोठी पंचायत की ज़मीन पर बनी हुई थी और इस परिवार के कुछ सदस्यों पर नशा तस्करी के मामले दर्ज हैं। हालांकि, इस कार्रवाई की न तो पुलिस पुष्टि कर रही है और न ही पंचायत या गांव का सरपंच। ऐसे में सवाल उठता है कि रात के अंधेरे में यह बुलडोज़र चलवाया किसने?
परिवार को धमकी देकर नहर किनारे ले गए
कोठी में रहने वाली कर्मजीत कौर ने बताया कि वीरवार रात करीब 12 बजे चार गाड़ियों में सवार कुछ अज्ञात लोग उनके घर पहुंचे। उन्होंने दरवाजा खोला तो पीछे दो JCB मशीनें भी खड़ी थीं। कार सवारों ने उन्हें और उनके परिवार के अन्य सदस्यों को गांव के पास से गुजरती नहर के किनारे ले जाकर धमकाया कि अगर शोर मचाया तो नहर में फेंक देंगे।
कर्मजीत कौर ने बताया कि जब उन्होंने विरोध किया तो उनका पैर टूट गया और अन्य सदस्यों को भी चोटें आईं। कुछ देर बाद उन्हें गाड़ी से उतार दिया गया। जब वे किसी तरह घर लौटे तो देखा कि पूरी कोठी ढहाई जा चुकी थी। इस घटना की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम और त्रिपड़ी थाने को दी गई।
चेहरे ढके हुए, CCTV भी ढका हुआ था
कर्मजीत कौर के अनुसार घर गिराने वालों ने अपने चेहरे ढके हुए थे। उनके साथ कोई पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी नहीं था। घटना के दौरान गांव की बिजली बंद थी और CCTV कैमरे को भी कपड़े से ढक दिया गया था।
23 दिन पहले पंचायत ने दिया था नोटिस
कर्मजीत ने बताया कि करीब 23 दिन पहले पंचायत की ओर से एक नोटिस लगाया गया था, जिसमें लिखा गया था कि यह कोठी पंचायत की ज़मीन पर बनी हुई है और कब्जा हटाने के लिए 15 दिन का समय दिया गया था। नोटिस में यह भी कहा गया था कि अगर कब्जा नहीं हटाया गया तो पंचायत खुद कार्रवाई करेगी।

पुलिस कर रही जांच
त्रिपड़ी थाने के SHO सुखविंदर सिंह गिल ने बताया कि यह मामला उनके ध्यान में आया है और गहराई से जांच की जा रही है।
सरपंच बोले – नहीं पता किसने गिराई कोठी
गांव रौंगला के सरपंच गुरिंदर सिंह से जब इस मामले पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि कोठी किसने गिराई। उन्होंने बताया कि कोठी का मालिक नशा तस्करी और झगड़े के कई मामलों में जेल में बंद है और उसके खिलाफ कई केस दर्ज हैं। यह मामला आपसी रंजिश का भी हो सकता है।
फिलहाल पुलिस इस रहस्यमयी कार्रवाई की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।

Author: Harsh Sharma
Journalist