13 साल की उम्र में शुरू की शूटिंग, ऐसे बने चैम्पियन
वंदे भारत (हर्ष शर्मा) खेलों के सबसे बड़े महाकुंभ यानी ओलंपिक में 30 जुलाई का दिन भारत के लिए ऐतिहासिक रहा. 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम के ब्रॉन्ज मेडल मैच में सरबजोत सिंह-मनु भाकर सिंह मिलकर ब्रॉन्ज मेडल दिलाया.जो भारत का इस ओलंपिक में मेडल नंबर 2 रहा. खास बात यह है कि भारत ने दोनों ही मेडल शूटिंग में ही जीते हैं.
चौथे दिन एक बार फिर मनु भाकर ब्रॉन्ज मेडल मैच में आज (30 जुलाई) मिक्स्ड टीम इवेंट में सरबजोत सिंह के साथ खेलने उतरीं, जहां सरबजोत सिंह मिलकर उन्होंने धमाका कर दिया. सरबजोत का यह पहला ओलंपिक मेडल रहा. वहीं. मनु भाकर एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई. अब आपको बताते हैं आखिर मनु भाकर संग मेडल जीतने वाले सरबजोत सिंह कौन हैं?
मनु भाकर और सरबजोत सिंह 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में ओह ये जिन और ली वोनहो की मिक्स्ड कोरियाई जोड़ी को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता। दोनों ने इस कांटेदार मुकाबले को 16-10 से यह मैच जीतकर ब्रॉन्ज मेडल झटका। इससे पहले शूटिंग में ही मनु भाकर ने ब्रॉन्ज जीतकर भारत को पहला मेडल दिलाया।
हरियाणा से है सरबजोत का कनेक्शन
22 साल के सरबजोत का जन्म 30 सितंबर 2001 को अंबाला में हुआ था। पहली बार ओलंपिक में भाग ले रहे सरबजोत ने सिर्फ 13 साल की उम्र में शूटिंग स्टार्ट की थी। सरबजीत ने समर कैम्प के दौरान कुछ बच्चों को अस्थायी रेंज में एयर गन चलाते देखा था, जिसके बाद उन्होंने इस खेल में आगे बढ़ने का फैसला किया। इसके बाद उनका शूटिंग में सफर शुरू हुआ। फिर क्या था वो अंबाला स्थित एआर अकादमी ऑफ शूटिंग स्पोर्ट्स में ट्रेनिंग करने लगे। सरबजीत अपने पिता जितेंद्र को अपना सबसे बड़ा रोल मॉडल मानते हैं। वो अपनी सफलता का श्रेय अपने दोस्त आदित्य मालरा को देते हैं। सरबजोत कहते हैं कि आदित्य वह पहले दिन से ही उनके साथ हैं और उन्होंने जीवन के हर चरण में उन्हें प्रेरित किया है।
सरबजीत ने कोरिया के चांगवोन में आयोजित एशियाई शूटिंग चैम्पियनशिप 2023 में दो मेडल जीते थे. तब उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम में सिल्वर और मेन्ल 10 मीटर एयर पिस्टल में कांस्य पदक जीता था। इस कांस्य के चलते वह पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए एक कोटा हासिल करने में सफल रहे।

पिछले साल हुए हांगझोऊ एशियन गेम्स में सरबजोत ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल टीम इवेंट में गोल्ड हासिल किया। फिर उन्होंने अपने जन्मदिन पर 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में सिल्वर मेडल भी जीता, जो उनके लिए काफी यादगार पल रहा। सरबजोत भोपाल में हुए 2023 विश्व कप के दौरान मेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक जीतने में भी कामयाब रहे।’
22 साल के सरबजोत ने नेशनल लेवल पर समरेश जंग से कोचिंग ली है, जो एक दिग्गज निशानेबाज रहे हैं। वहीं अभिषेक राणा उनके निजी कोच हैं। साल 2023 में सरबजोत ने पंजाब विश्वविद्यालय से आर्ट्स में स्नातक की डिग्री हासिल की। सरबजोत अंग्रेजी, हिंदी और पंजाबी भाषा जानते हैं. सरबजोत का लक्ष्य है कि वो खुद को और बेहतर बनाएं।
सरबजोत का यह पहला ओलंपिक
सरबजोत सिंह का यह पहला ओलंपिक है। वह कोरिया गणराज्य के चांगवोन में 2023 एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में दो बार के पदक विजेता (रजत – 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम, कांस्य – 10 मीटर एयर पिस्टल) रह चुके हैं। इसी व्यक्तिगत कांस्य पदक ने भारत के लिए पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों का कोटा स्थान सुरक्षित किया था। हांगझोऊ 2022 एशियाई खेलों में दो बार के पदक विजेता (स्वर्ण – पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल टीम, रजत – 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम) रहे हैं। इसके अलावा भारत के भोपाल में 2023 विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल में स्वर्ण पदक विजेता रहे हैं।

Author: Harsh Sharma
Journalist