विदेश जाने के इच्छुक लोगों को यदि हवाई जहाज़ की जगह जेल की सैर करनी पड़े तो कैसा लगेगा? जी हां, यही हाल हुआ है जालंधर के IBT ओवरसीज़ द्वारा लोगों को विदेश भेजने के नाम पर जेल भेजने का। पंजाब के करीब सात युवाओं की जिंदगी दांव पर लग गई है। दिल्ली पुलिस ने जालंधर के IBT के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्यालय को बंद करवा दिया है। दिल्ली से आए पुलिस अधिकारियों और जालंधर के संबंधित थाने की कथित मिलीभगत के बावजूद, उक्त एजेंट का कार्यालय अभी भी खुला है। इस पूरे काम में नकली फंडिंग करने वाले की भी भूमिका सामने आ रही है।
- अपने विदेश जाने पर प्रतिबंध लगवाना चाहते हो तो इनसे मिलो। ये आपके बैंक के फर्जी फंड पेपर, फर्जी एक्सपीरियंस और करियर सर्टिफिकेट बना देंगे और आपको तिहाड़ जेल पहुंचा देंगे।
दरअसल, ये बातें पंजाब के सोशल मीडिया पर इन दिनों तेजी से वायरल हो रही हैं क्योंकि इनके जरिए अमेरिकन वीजा अप्लाई करने वाले सात युवकों को न केवल तिहाड़ जेल में डाल दिया गया है, बल्कि विदेश जाने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। दिल्ली पुलिस ने बदनाम ट्रैवल एजेंटों की सूची में शामिल इस ट्रैवल एजेंसी पर अमेरिकन एंबेसी की शिकायत पर शिकंजा कसा है।
दिल्ली पुलिस के चाणक्यपुरी थाना की एफआईआर नंबर 73-74 को पढ़ने से सामने आया है कि अमेरिकन एंबेसी के राजधानी नई दिल्ली स्थित दूतावास की लिखित शिकायत रिपोर्ट के आधार पर दर्ज की गई इन दो एफआईआर में IBT ओवरसीज एजुकेशन के संचालकों और आवेदकों को फर्जी दस्तावेजों से वीजा हासिल करने का प्रथम दृष्टया आरोपी बताया गया है।
दिल्ली पुलिस ने एंबेसी की सिफारिश पर वीजा आवेदकों करनाल (हरियाणा) निवासी स्पर्श, मोहाली (पंजाब) निवासी अकरम खान, समाना-पटियाला (पंजाब) निवासी करनदीप सिंह, शाहकोट जिला जालंधर (पंजाब) निवासी मोहित, खडूरसाहिब-तरनतारन (पंजाब) निवासी सिमरनजीत सिंह तथा दसूहा (होशियारपुर-पंजाब) निवासी हरमनदीप कौर को और पंजाब की ट्रैवल एजेंसी IBT ओवरसीज एजुकेशन के संचालकों हरप्रीत सिंह, हरविंदर कौर, नेहा, प्रदीप को आईपीसी की धारा 420, 468, 471 तथा 120बी के तहत नामजद किया गया है।
एंबेसी बाबत जानकारी रखने वाले सूत्रों के मुताबिक, एंबेसी ने ट्रैवल एजेंसी और आवेदकों पर भारतीय कानूनी कार्रवाई करवाने के बाद अमेरिकन कानून के तहत भी कार्रवाई करते हुए ट्रैवल एजेंसी IBT ओवरसीज एजुकेशन पर बैन लगा दिया है। साथ ही यह भी पता चला है कि इस एजेंसी के जरिए आवेदन लगाकर वीजा हासिल कर चुके आवेदकों के दस्तावेजों की नए सिरे से जांच शुरू कर दी है।
बहरहाल, अमेरिकन एंबेसी और दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बाद मामला काफी उछल रहा है, लेकिन फर्जीवाड़ा करने वाली ट्रैवल एजेंसियों पर सख्त रुख अपनाने का दम भरने वाली पंजाब सरकार की ओर से इस ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया है। राज्य सरकार इस मामले की जानकारी होने से इंकार नहीं कर सकती क्योंकि एंबेसी और दिल्ली पुलिस खुद पंजाब आकर बैन की ट्रैवल एजेंसी की इश्तिहारबाजी सरकारी तंत्र को साथ लेकर कर चुकी है।
अब देखना होगा कि पंजाब के होम डिपार्टमेंट के नियम के मुताबिक IBT ओवरसीज एजुकेशन को जारी मान्यता का लाइसेंस कब सस्पेंड या रद्द किया जाता है। हालांकि आरोपी IBT एजुकेशन के संचालक अपना पक्ष देने के लिए सामने नहीं आ रहे हैं और उनके सोशल मीडिया पर जारी नंबर बंद आ रहे हैं। यदि उन्हें अपना पक्ष प्रस्तुत करना है, तो लिखित में सीधे अपने ईमेल से हमें अपना पक्ष भेज सकते हैं।